ऑफिस में लंबे समय तक बैठना अनिवार्य हो चुका है लेकिन सही बैठने की आदतें और नियमित ब्रेक लेकर आप अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत को बनाए रख सकते हैं। सही ऊँचाई की कुर्सी, मॉनिटर की स्थिति, और छोटे-छोटे स्ट्रेचिंग व्यायाम आपके दैनंदिन जीवन को अधिक स्वस्थ और उत्पादक बना सकते हैं।
आज के डिजिटल युग में, अधिकांश लोग दिन का बड़ा हिस्सा कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बैठे बिताते हैं। उचित ढंग से बैठने की आदतें न केवल कार्यक्षमता को बढ़ाती हैं, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य को भी बनाए रखती हैं। सबसे पहले, यह आवश्यक है कि आपकी कुर्सी के हाइट सही हो ताकि आपके पैर जमीन पर सपाट रहें और घुटने 90 डिग्री पर हों। यह आपके पीठ और कंधों के तनाव को कम करेगा। जब आप बैठते हैं, तो ध्यान दें कि आपकी पीठ सीधे बैठी हो और कमर के पास एक सपोर्ट हो। यह आपको लंबे समय तक बैठने पर थकावट से बचाएगा।
अपने मॉनिटर को आंखों के स्तर पर रखना चाहिए ताकि आपको देखने के लिए अधिक झुकने या इधर-उधर देखने की आवश्यकता न पड़े। हर 20 मिनट के बाद, अपने आँखों को आराम दें, इससे आपकी आँखों में तनाव कम होगा। आपकी कुर्सी भी पर्याप्त आरामदायक होनी चाहिए ताकि आप बिना थकावट के घंटों तक बैठ सकें। यदि संभव हो, तो एक एडजस्टेबल कुर्सी का इस्तेमाल करें जो आपकी पीठ को सपोर्ट करे। इन बातों का ध्यान रखना आपको आरामदायक स्थिति में रखेगा और शरीर के अलग-अलग हिस्सों में तनाव को रोकेगा।
इसके अलावा, आपके डेस्क और कुर्सी की ऊंचाई का मेल भी महत्वपूर्ण है। सुनिश्चित करें कि आपकी कुर्सी ऐसी हो कि आपकी कोहनी टेबल के समानांतर हों और कीबोर्ड के पास कोहनी 90 डिग्री पर रहे। इससे कलाई पर असुविधा नहीं होगी। आदर्श बैठने की स्थिति आपको स्तंभित बनाए रखेगी और आपके शरीर की मांसपेशियों पर अनावश्यक कठोरता नहीं डालेगी। इस तरह के छोटे-छोटे बदलाव आपको स्वस्थ और सक्रिय जीवन शैली की दिशा में कदम बढ़ाने में मदद करेंगे।
लंबे समय तक बैठे रहना, विशेष रूप से कार्यालयों में, हमारे दैनिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन गया है। हालांकि, सही रणनीतियों का पालन करके हम अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। पहला और सबसे सरल उपाय है - लंबा बैठने से बचना। जितना हो सके उतना बार खड़े होकर छोटे-छोटे हिलना-डुलना चिंता दूर कर सकता है। इसके लिए एक अलार्म सेट करें जो हर आधे घंटे पर आपको उठकर चलने की याद दिलाए, भले ही कुछ मिनटों के लिए ही सही।
काम के दौरान, अपने हाथ पैर को स्ट्रेच करना ना भूलें। यह तनाव को कम करता है और मानसिक शांति प्रदान करता है। अपने डेस्क के आसपास सरल स्ट्रेचिंग व्यायाम करें। जैसे कि उस समय अपने हाथों को सिर के ऊपर उठाना और लंबा खींचना, जिससे मांसपेशियों में लोच बनी रहती है। इसके अलावा, आप अपनी गर्दन और कंधों को गोल घुमाकर वहाँ जमाव को भी हटा सकते हैं।
काम के अलावा, अपने लंच ब्रेक के दौरान हल्की टहलने की कोशिश करें। यह आपके मस्तिष्क को फिर से ऊर्जावान करता है और आपको अधिक उत्पादक बनाता है। ऑफिस के काम के बीच छोटे-छोटे मूव्स आपको शारीरिक रूप से तराशकर रखते हैं। अपनी जीवन शैली में छोटे परिवर्तन लाकर आप संपूर्ण सेहत में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। यह न केवल शरीर के लिए बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद साबित होता है।
आजकल के ऑफिस में अधिकांश पूरा समय बैठकर कार्य करते हैं। यह स्थिति शारीरिक असुविधाओं का कारण बन सकती है। इस समस्या से बचने के लिए कार्यस्थल में मेज़ और कुर्सी का आदान-प्रदान आवश्यक है। हमेशा सुनिश्चित करें कि जब आप बैठते हैं तो आपकी उंगलियां बिना झुकाओ के कीबोर्ड पर पहुंच सकें। इससे कंधे और कलाई पर दबाव नहीं पड़ता। आपके मॉनिटर को भी आंखों से लगभग 20 इंच दूर और आपके सामने रखा जाना चाहिए ताकि देख कर आँखों की स्वाभाविकता बनी रहे।
इसके अतिरिक्त, साप्ताहिक या दैनिक आधार पर अन्य कर्मचारियों के साथ एक टीम वॉक का आयोजन भी कर सकते हैं। यह कर्मचारियों को भी आपस में जोड़ने में सहायक होता है। काम के ब्रेक के दौरान सोफे पर बैठकर आराम करना पसंद न करें, बल्कि खड़े होकर आसपास घूमें। यह आपकी रीढ़ की हड्डी के लिए अधिक फायदेमंद है और यह उनके समग्र स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है।
अंत में, ऑफिस में पानी का उपयोग अधिक करें। हाइड्रेशन शारीरिक स्वास्थ के लिए जरूरी है और यह मांसपेशियों को बनाए रखने में मदद करता है। पानी पीने से मूड भी बेहतर रहता है। सही पोषण के साथ जुड़े रहकर आप ऑफिस में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं और किसी भी तरह के शारीरिक तनाव से बच सकते हैं।
कई लोगों के लिए, कार्य दिवस एक स्थिर अनुशासन के साथ आता है, जिससे शरीर को नुकसान हो सकता है। महत्वपूर्ण है कि आप काम के बीच में छोटे-छोटे ब्रेक लेते रहें, चाहे वह सिर्फ खड़े होकर थोड़ा खिंचाव हो। यह ब्रेक न केवल आपके शरीर को फायदा पहुंचाएगा, बल्कि मानसिक थकावट को भी कम करेगा।
अपनी कुर्सी पर बैठते समय, थोड़ी बार-बार पोजिशन बदलें। इससे शरीर के विभिन्न अंगों पर पड़ने वाले दबाव में अंतर रहता है। और यदि संभव हो, तो स्टैंडिंग डेस्क का भी उपयोग करें। स्टैंडिंग डेस्क आपके शरीर को अधिक सक्रिय बनाए रखने में सहायक होते हैं।
उन लोगों के लिए जो बाहर काम नहीं कर सकते, घर पर भी आप कुछ सरल अभिनय कर सकते हैं। जैसे की घर के कामों में नियमित रूप से चक्कर लगाना। यह आपकी शारीरिक गतिविधि को बढ़ावा देने में सहायता करता है। छोटी-छोटी आदतों का विशेष ध्यान रखकर आप अपने रोज़ाना जीवन की गतिशीलता को बढ़ा सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।